भारत ने पहली स्वदेशी युद्धक ड्रोन FWD 200B का सफल परीक्षण किया

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भारत ने पहली स्वदेशी युद्धक ड्रोन FWD 200B का सफल परीक्षण किया

भारत ने अपनी रक्षा क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, स्वदेशी निर्मित लड़ाकू ड्रोन FWD 200B का सफल परीक्षण किया है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि फ्लाइंग वेज डिफेंस एंड एयरोस्पेस (FWDA) द्वारा की गई है, और यह भारत को उन्नत मानव रहित युद्धक विमानों की श्रेणी में शामिल कर रही है।

भारतीय रक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण सफलता

FWD 200B, जिसे एक मध्यम ऊचाई और लंबे समय तक उड़ान भरने वाले (MALE) मानव रहित लड़ाकू विमान (UCAV) के रूप में वर्गीकृत किया गया है, भारत की आत्मनिर्भरता को दर्शाता है। यह ड्रोन भारतीय रक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, खासकर जब भारत को विदेशी आपूर्तिकर्ताओं से समस्याओं का सामना करना पड़ा था। तुर्की ने Bayraktar UAV की बिक्री से इनकार किया था और अमेरिका के Predator ड्रोन सौदे में भी लंबी देरी हुई थी।

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FWD 200B की लागत अमेरिका के आयातित ड्रोन की कीमत के मुकाबले केवल एक दसवां हिस्सा है। इससे भारत की मानव रहित युद्धक्षमता में सुधार होगा और देश की रक्षा रणनीतियों को मजबूत करेगा। FWDA के संस्थापक और CEO, सुहास तेजसकंदा ने इस सफलता पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “भारत पिछले पांच वर्षों में दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक रहा है और अक्सर अमेरिकी और इसराइली सैन्य तकनीक के लिए बहुत अधिक कीमत चुकाता है। FWD 200B की सफल उड़ान न केवल हमारी कंपनी की उपलब्धि है बल्कि पूरे राष्ट्र की जीत भी है।”

FWD 200B की प्रमुख विशेषताएँ

FWD 200B के आकार और क्षमताओं के हिसाब से इसके विनिर्देश प्रभावशाली हैं। इसका विंगस्पैन 5 मीटर (16.4 फीट) और लंबाई 3.5 मीटर (12.1 फीट) है। ड्रोन का अधिकतम टेक-ऑफ वेट (MTOW) 102 किलोग्राम है और यह 30 किलोग्राम का पेलोड ले सकता है।

यह ड्रोन 12,000 फीट की ऊचाई पर क्रूज करता है और अधिकतम 15,000 फीट की ऊचाई तक पहुँच सकता है। इसकी क्रूज स्पीड 152 किमी प्रति घंटे है और अधिकतम स्पीड 250 किमी प्रति घंटे है। ड्रोन की उड़ान अवधि 7 घंटे और रेंज 800 किमी है। इसके अलावा, इसे केवल 300 मीटर की रनवे की आवश्यकता होती है, जिससे यह छोटी एयरस्ट्रिप्स पर भी आसानी से काम कर सकता है।

FWD 200B निगरानी के लिए ऑप्टिकल पेलोड्स और आक्रमण तथा बमबारी मिशनों के लिए उन्नत मिसाइल जैसे हथियारों से लैस है। ये विशेषताएँ इसे केवल निगरानी उपकरण नहीं बल्कि एक मजबूत युद्धक संपत्ति भी बनाती हैं।

FWDA की भविष्य की योजनाएँ

FWDA, जो 2022 में स्थापित हुआ था, ने हत्यारक ड्रोन और बमवर्षक UAVs के लिए पेटेंट प्राप्त किए हैं और भारत की पहली कंपनी बन गई है जिसने स्वदेशी UAV तकनीक के लिए डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) का प्रकार प्रमाणन प्राप्त किया है।

FWDA की योजना एक बड़े मानव रहित विमान को लॉन्च करने की है, जिसका विंगस्पैन 12 मीटर होगा। इस नए विमान के माध्यम से, FWDA भारत की UAV क्षमताओं को और अधिक सशक्त बनाने के लिए तैयार है। यह विकास न केवल भारतीय रक्षा क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि देश की स्वदेशी तकनीक की प्रगति को भी दर्शाता है।

FWD 200B की सफल परीक्षण से भारत ने रक्षा क्षेत्र में एक नई दिशा प्राप्त की है और यह न केवल स्वदेशी तकनीक के प्रति देश की प्रतिबद्धता को दर्शाता है बल्कि भविष्य की रक्षा रणनीतियों में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

FAQs:

FWD 200B ड्रोन का मुख्य उद्देश्य क्या है?

FWD 200B एक स्वदेशी मानव रहित लड़ाकू विमान (UCAV) है, जिसे निगरानी, आक्रमण, और बमबारी मिशनों के लिए डिज़ाइन किया गया है।

FWD 200B ड्रोन की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?

यह ड्रोन 12,000 फीट की ऊंचाई पर क्रूज करता है, 7 घंटे तक उड़ान भर सकता है, और 30 किलोग्राम का पेलोड ले जाने में सक्षम है। इसकी अधिकतम गति 250 किमी प्रति घंटा है।

FWD 200B के परीक्षण का महत्व क्या है?

यह भारत की स्वदेशी रक्षा तकनीक की प्रगति को दर्शाता है और देश की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करता है, साथ ही विदेशी आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भरता को कम करता है।

FWDA की भविष्य की योजनाएँ क्या हैं?

FWDA एक बड़े मानव रहित विमान का विकास कर रहा है, जिसका विंगस्पैन 12 मीटर होगा और जो भारत की UAV क्षमताओं को और सशक्त बनाएगा।

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